चंद्र ग्रहण 2023: चंद्रग्रहण सिर्फ और सिर्फ वैज्ञानिक दृष्टि से ही नहीं बल्कि धार्मिक दृष्टि से भी बेहद महत्वपूर्ण घटना है। साल का अंतिम चंद्रग्रहण शरद पूर्णिमा के दिन लगने जा रहा है। शरद पूर्णिमा के दिन चंद्रमा अपनी 16 कलाओं से परिपूर्ण रहता है ऐसे में इस दिन ग्रहण लगना बेहद महत्वपूर्ण रहने वाला है। इस साल का अंतिम चंद्रग्रहण मेष राशि में लगने जा रहा है। ग्रहण का असर सभी राशियों पर दिखाई देने वाला है। आइए जानते हैं चंद्रग्रहण की तारीख, सूतक काल का समय और कहा दिखाई देगा यहां जानें सारी महत्वपूर्ण जानकारी।
आचार्य पंडित राज कुमार शास्त्री ने ज्योतिष शास्त्र के अनुसार यह जानकारी दी
साल का अंतिम चंद्रग्रहण 28 अक्टूबर शनिवार के दिन लगने जा रहा है। यह ग्रहण देश के कई हिस्सों के साथ साथ भारत में भी दिखाई देगा। इसलिए इसका सूतक काल भारत में भी मान्य रहेगा। बता दें कि चंद्रग्रहण का सूतक ग्रहण के 9 घंटे पूर्व से शुरु हो जाता है।
चंद्रग्रहण सूतक काल का समय
चंद्रग्रहण 28 तारीख देर रात 1 बजकर 5 मिनट से लेकर 2 बजकर 24 मिनट तक रहेगा। यानी यह ग्रहण 1 घंटा 18 मिनट का रहेगा। इस दौरान पूरे भारत में चंद्रमा उदय हो जाएगा। 28 अक्टूबर को शाम में 4 बजकर 6 मिनट पर चंद्रोदय हो जाएगा। भारतीय समयअनुसार, चंद्रग्रहण का सूतक शाम में 4 बजकर 5 मिनट पर आरंभ हो जाएगा। इस ग्रहण में चंद्रबिम्ब दक्षिण की तरफ से ग्रस्त होगा।
सूतक काल में न करें ये काम
चंद्रग्रहण का सूतक शाम में 4 बजकर 5 मिनट पर प्रारंभ हो जाएगा। इस दौरान आपको स्नान, दान, पु्ण्य कार्य, हवन और भगवान की मूर्ति का स्पर्श नहीं करना चाहिए। आप चाहें तो इस समय आप अपनेगुरु मंत्र, राहु और चंद्रमा के मंत्रों का जप कर सकते हैं। हालांकि, सूतक काल में गर्भवती स्त्री, बच्चे, वृद्ध जन भोजन कर सकते हैं। ऐसा करने से उन्हें दोष नहीं लगेगा। ध्यान रखें की सूतक काल आरंभ होने से पहले खाने पीने की चीजों में तुलसी के पत्ते डाल दें। इसके अलावा आप इसमें कुश भी डाल सकते हैं।

